आमलकी एकादशी 2025 – महत्त्व आ व्रत कथा
10 मार्च 2025 ने आमलकी एकादशी मनाई जासी। ई दिन भगवान विष्णु री पूजा आ आंवळा री विशेष महत्त्व होवे। जे कोई ई दिन व्रत आ आंवळा रो पूजन करे, उहाका सब पापां सूं छुटकारो मिलसी आ मोक्ष रो प्राप्ति होसी।
आमलकी एकादशी व्रत कथा
पौराणिक काल में, बद्रावती नगरी में एक राजा राज्य करे, जे भगवान विष्णु रो परम भक्त आ धर्मपरायण हो। उण रो प्रजा पण घणा धार्मिक आ भक्तिमय हती।
एक बार, राजा, प्रजा आ ब्राह्मण, नगर री आंवळा री जड़ में बैठा भगवान विष्णु री पूजा करिया।
राजनीतिक दुश्मनी आ चमत्कार
ई दौरान, कुछ दूत उण ठाम पहुंचा आ राजा री दुश्मनी रो बदला लेवां आयला। उण हा राजा पर आक्रमण करन रो प्रयास कियो, पण भगवान विष्णु री कृपा सूं उहां हक्का-बक्का रह गया।
राजा आ प्रजा रो अडिग भक्ति देख, उण हा अपनी गलती मान ली आ राजा सूं क्षमा मांगकर धर्म पालन रो संकल्प लियो।
आमलकी एकादशी रो पूजन विधि
- संकल्प – दशमी रात ने सात्विक भोजन कर संकल्प ल्यो।
- स्नान – प्रात: पवित्र स्नान करो।
- पूजा –
- आंवळा री जड़ में भगवान विष्णु री मूर्ति स्थापित करो।
- फूल, जल आ धूप सूं पूजन करो।
- भगवान विष्णु री आरती करो।
- रात्रि जागरण – भजन-कीर्तन करो।
- पारण – द्वादशी ने व्रत पारण करो।
आमलकी एकादशी रो महत्त्व
- सब पापां रो नाश
- मोक्ष प्राप्ति
- शारीरिक आ मानसिक शुद्धि
FAQ – आमलकी एकादशी 2025
प्रश्न 1: आमलकी एकादशी 2025 में कद होसी?
उत्तर: 10 मार्च 2025, सोमवार ने।
प्रश्न 2: व्रत में कोणो मंत्र जपजो?
उत्तर: भगवान विष्णु रो मंत्र जपण शुभ होसी।
प्रश्न 3: व्रत पारण कद करजो?
उत्तर: द्वादशी तिथि में व्रत पारण करजो।
आप आमलकी एकादशी ने कद मनावां वाला हो? कमेंट में बतावो आ ई पोस्ट शेयर करजो।